tag:blogger.com,1999:blog-1753139211573763618.post1934942537485091389..comments2023-07-11T04:07:52.300-07:00Comments on जनवादी लेखक संघ, इन्दौर: सांप्रदायिकता, साम्राज्यवाद व आतंकवाद के खिलाफ संघर्षरत समस्त क्रांतिकारी पाकिस्तानी आवाम को समर्पितपरेश टोकेकर 'कबीरा'http://www.blogger.com/profile/05135540814475441202noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1753139211573763618.post-75073338768276511432008-03-28T04:05:00.000-07:002008-03-28T04:05:00.000-07:00बोल, कि सच ज़िन्दा है अब तकबोल, जो कुछ कहना है कह ...बोल, कि सच ज़िन्दा है अब तक<BR/>बोल, जो कुछ कहना है कह ले<BR/><BR/>जिसमे सच कहने की आदत और साथ ही ताकत, बाकी है वो तो सच ही कहेगा। ठीक वैसे ही जैसे एक फकीर बिन्दास कहता है - <BR/><BR/>हम सरेराह लिये बैठे हैं इक चिन्गारी<BR/>जिसका जी चाहे चराग़ों को जला ले जाऐ<BR/><BR/>- प्रदीप कान्तप्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1753139211573763618.post-44411259921273119732008-01-19T04:43:00.000-08:002008-01-19T04:43:00.000-08:00बोल कि लब आजाद हैं तेरे, अरे फैज का हथौड़ा है तो म...बोल कि लब आजाद हैं तेरे, अरे फैज का हथौड़ा है तो मगज पर ही पड़ेगा। तुम इस तरह परचम उठाए रहो। सुबह होगी और हम भी गाऐंगे चिड़ियों की तरह। बहुत अच्छा चयन है। थोड़ा परदीप कान्त,रजनीरमण, सनत जी, अजीज, देवेन्द्र अऊर उन्नी जी को भी तो गरमाओ।प्रदीप मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07054951794220057637noreply@blogger.com