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रविवार, 6 जनवरी 2008

जनवादी लेखक संघ (Janwadi Lekhak Sangh) के उद्देश्य

  1. लेखकों के वैचारिक संघर्ष का नेतृत्व करना और उनके लिए रचनात्मक विकास की परिस्थितिया उत्पन्न करने का प्रयास करना।
  2. जनवादी लेखन के प्रकाशन, प्रचार तथा प्रचार के लिए हर संभव प्रयत्न करना तथा जातिवाद, छुआछूत , अंधविश्वास, रूढ़िवादिता, सांप्रदायकिता तथा अलगाववाद को फैलाने वाले सामंती, साम्राज्यवादी और पतनशील पूंजीवादी लेखन का विरोध करना।
  3. जनता की स्वस्थ सांस्कृतिक परंपराओ का संरक्षण और विकास करना तथा उसकी सांस्कृतिक चेतना के विकास में योग देना।
  4. लेखको के व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक हितों की सुरक्षा के लिए संघर्ष करना।
  5. जनवादी लेखकों के लिए सम्मेलनों, संगोष्ठियों तथा अध्ययन और कार्यशिविरों का आयोजन करना।
  6. भारत तथा विदेशों की सभी भाषाओ के जनवादी लेखकों और संस्कृतकर्मियों के संगठनों के साथ संबंध विकसित करना।

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

Indore ke saathiyon ko Janvaadi Lekhak sangh ke is blogspot ke liye badhai. Ummeed hai aane wale dinon mein yahan aur bhi bahoot kuchh padhne ko milega.