जनवादी लेखक संघ इन्दौर के तत्वाधान में आयोजित "मासिक रचना गोष्ठी" कार्यक्रम के अंतर्गत कहानीकार श्याम यादव और कवि ओम ठाकुर ने शिरकत की।
श्याम यादव ने प्रार्थना और शनीमहराज कहानिया का पाठ किया । कहानी पाठ के बाद इन पर हुई चर्चा में साहित्य सुधीजनों ने अपनी राय जाहिर करते हुए कहा की कहानी के रचना धर्म को छोड़ दिया जाये तो ये कहानिया समाज के उस चेहरे को उजागर करने में कामयाब हुई है जो समाज का अंग है और समाज के तथाकथित ठेकेदार उन्हें दरकिनार करते रहे है । कहानीकार का मकसद समाज को राह दिखाना नही होता वह तो उन सचाईयों को समाज के सामने लाने का काम करता है जिसे परे रख कर ये ठेकेदार अपने अपने उल्लू सीधा करने में लगे रहते है । प्रार्थना में जहा चप्पल जैसी छोटी सी चीज के सामने भगवान की आस्था के हिल जाने का वर्णन है तो शनी महराज में उस नन्हे से बालक का अंतर्द्वंद उजागर किया है जो अपने पिता की मोत के बाद अपनी माँ और बहन के पेट को भरने के लिए सड़क पर भगवान के नाम और विभिन्न स्वरूपों का सहारा ले कर पैसे कमाने की जुगाड़ करते हुए ख़ुद मौत के मुह में चला जाता है। उसकी मौत के साथ ही कहानी ख़त्म तो हो जाती है मगर कहानीकार एक सवाल समाज के सामने उछाल देता है की क्या उस बालक को इस समाज में लिखने पढने और जीने का हक है की नही। कहानीकार का कहना है कि लेखक का मकसद समाज को कोई संदेश देना नही अपितु उस सच्चाई से अवगत कराना है जो समाज में है और हम उसे देख कर भी अनदेखा कर देते है ।
कार्यक्रम की शुरूआत में वरिष्ठ वामपंथी नेता का. हरकिशन सिंह सुरजीत, फिलीस्तीनी शायर महमूद दरवेश व पाकिस्तानी शायर अहमद फराज को श्रंद्धाजली अर्पित की गयी। इस अवसर पर इन्दौर के तमाम जनवादी-प्रगतिशील ताकतो की तरफ से जनवादी लेखक संघ इन्दौर व प्रगतिशील लेखक संघ इन्दौर ने एम.एफ.हुसैन की प्रदर्शनी पर फासीवादी ताकतो द्वारा हमले के विराध में संयुक्त व्यक्तव्य जारी कर सहमत की प्रदर्शनी पर हिन्दू संगठनो द्वारा किये आंतकी हमले की भ्रत्सना करते हुवे दोषियो को गिरफ्तार कर उचित दंड दिये जाने की मांग की।
कार्यक्रम में विलास गुप्ते, सत्यनारायण पटेल, ड़ा भरत सिन्हा, पुरषोत्तम दुबे, सनत कुमार, चारूशीला मौर्य, प्रदीप मिश्र, प्रदीपकांत, चुन्नीलाल वाधवानी, शशिभूषण सहित अनेक साहित्यप्रेमी व बडी संख्या में एम.फील. के विद्यार्थी उपस्थित थे। जलेस इन्दौर इकाई के अध्यक्ष सनतकुमार ने वक्ताओ का स्वागत किया संचालन सचिव परेश टोकेकर ने किया व आभार सहसचिव चारूशीला मौर्य ने व्यक्त किया।
5 टिप्पणियां:
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