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रविवार, 13 फ़रवरी 2011

फ़ैज अहमद फ़ैज जन्मशती


ज़ुल्म और ख़ल्क़ के बीच चल रहे अंतहीन संघर्ष की समझ रखने वाले एक महान रचनाकार और चिंतक के नाते फ़ैज़ को उनकी जन्मशती पर याद करने का मतलब है, ख़ुद को इस टकराहट के हस्तक्षेप के लिए तैयार करना।
कांटिनेंट के महान मुस्न्निफ फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ को लाल सलाम।

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